Tamannaah Bhatia: महाराष्ट्र साइबर सेल ने बॉलिवुड अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को फेयरप्ले पर साल 2023 के IPL का अवैध रूप से प्रसारण कर वायकॉम का करोड़ों का नुकसान करने के मामले में जांच के लिए समन भेजा है। सूत्रों के अनुसार, तमन्ना भाटिया को अगले हफ्ते की 29 तारीख को महाराष्ट्र साइबर सेल के जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
संजय दत्त को भी जांच के लिए बुलाया गया था। इस मामले में, मंगलवार को बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त को जांच के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने साइबर सेल में मंगलवार को पहुंचा नहीं। हालांकि, उन्होंने अपना बयान दर्ज करवाने के लिए और समय की मांग की। सूत्रों के मुताबिक, संजय दत्त ने साइबर सेल को बताया कि उनका कोई अनुसूचित काम है जिसके लिए वे मुंबई के बाहर हैं और इसी कारण वे मंगलवार को जांच के लिए मौजूद नहीं हो सकते हैं।
तमन्ना भाटिया को समन क्यों भेजा गया है? महाराष्ट्र साइबर सेल ने वायकॉम की शिकायत पर फेयरप्ले एप के खिलाफ FIR दर्ज की थी और इसी मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए भाटिया से पूछताछ करने के लिए समन भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार, तमन्ना भाटिया ने फेयरप्ले का प्रमोशन किया था और उन्हें गवाह के तौर पर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। साइबर पुलिस भाटिया से यह समझना चाहती है कि उन्हें फेयरप्ले का प्रमोशन करने के लिए किसने संपर्क किया, कैसे किया और उन्हें इसके लिए कितने पैसे मिले और वो कैसे दिए गए थे।
वायकॉम ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि फेयरप्ले ने टाटा IPL (इंडियन प्रीमियर लीग) 2023 की स्क्रीनिंग अवैध तरीके से की और इसकी वजह से उनका 100 करोड़ का नुक़सान हुआ। इसी मामले में साइबर सेल ने अब तक रैपर बादशाह का बयान दर्ज किया है।
पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान खुलासा किया कि फेयरप्ले ने विभिन्न कंपनियों के खातों से कलाकारों को धन दिया। संजय दत्त को प्ले वेंचर नामक कंपनी के खाते से पैसे मिले, जो कि कुराकाओ देश की कंपनी है। बादशाह को लाइकोस ग्रुप एफजेडएफ कंपनी के खाते से धन प्राप्त हुआ, जो दुबई में स्थित है। जैकलीन फर्नांडीस को भी धन प्राप्त हुआ, जो कंपनी ट्रिम जनरल ट्रेडिंग एलएलसी के खाते से आया, जो दुबई में स्थित है।
हर महीने करोड़ों रुपये पाकिस्तान भी जा रहे हैं! महाराष्ट्र साइबर ने इसी FIR में फ़ेयरप्ले के अलावा पिकाशो नाम के एप्लिकेशन को भी आरोपी बताया है। जब इस एप्लिकेशन की जानकारी इकट्ठा की गई तो पता चला कि इस एप्लिकेशन को गूगल एडसिंस से जो पैसे आ रहे हैं वो पैसे पाकिस्तान जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि गूगल से मिली जानकारी के मुताबिक़ पिकाशो नाम के एप्लिकेशन पर सारी नई फ़िल्म और वेबसीरिज़ की पाइरेटेड कॉपी देखने को मिलती है। इस एप्लिकेशन पर जो गूगल के माध्यम से एडवरटाइज़ आते हैं वो रसीद और जुनैद नाम के शख़्स के नाम के बैंक अकाउंट में जाते हैं और यह बैंक अकाउंट पाकिस्तान के “रहीम यार ख़ान” नाम के शहर में स्थित बैंक में है। पुलिस की जांच के मुताबिक़ उस एप्लिकेशन पर जितना ट्रैफ़िक आता है उसे देखते हुए अगर अनुमान लगाया जाये तो आरोपियों के पाकिस्तान स्थित बैंक अकाउंट में 5-6 करोड़ रुपये प्रति महीने जाते हैं। साइबर पुलिस अब इन सारे एप्लिकेशन और उनके द्वारा ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से पैसे कमाने और उसके इस्तेमाल किए जाने की जांच कर रही है।
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