मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रदेश के मुखिया के रूप में 100 दिन से अधिक समय हो चुका है। उनके नेतृत्व में लिए गए निर्णयों की प्रशंसा हो रही है, लेकिन विपक्ष उन्हें चुनौतियों के सामना करते हुए देख रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रयासों से कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। विधायक कमलेश शाह, जो कमलनाथ के करीबी थे, ने आज कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का साथ जोड़ लिया और विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया।

अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और विधायक पद से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री निवास में बीजेपी में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कमलेश शाह को बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान बीजेपी के नेता विष्णु दत्त शर्मा, शिवप्रकाश और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलेश शाह का भाजपा में स्वागत किया। कमलेश शाह ने अमरवाड़ा से विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र भी दे दिया है जिसे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वीकार कर लिया। वर्तमान विधानसभा में कमलेश शाह पहले विधायक हैं जिन्होंने दल बदला है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जवल भविष्य के लिए प्रदेश की विकास योजनाओं का बहुत उत्साहपूर्वक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज पूरा प्रदेश मोदीमय हो रहा है और इसका श्रेय उनकी सकारात्मक नीतियों को जाता है। वह खुशी का इजहार करते हुए बताए कि कमलेश शाह जैसे प्रखर नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं।

छिंदवाड़ा से विधायक कमलेश शाह का बीजेपी में शामिल होना प्रदेश के लिए एक बड़ी क्षण है। उन्होंने अपने कठिन निर्णय के साथ कांग्रेस को छोड़कर एक नई दिशा का सामना किया है। इससे प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच नई चुनौतियां आ सकती हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कमलेश शाह को बीजेपी में स्वागत किया और उनकी प्रगति के लिए शुभकामनाएं दी। उनकी इस प्रक्रिया में भाजपा के विभागीय नेता और कार्यकर्ता भी उनके साथ खड़े हैं।

इस अवसर पर उनके साथ राज्य अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, लोकसभा प्रदेश प्रभारी महेंद्र सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे। छिंदवाड़ा से आए कमलेश शाह की शुरुआत भाजपा में एक नई ऊर्जा और स्थायित्व को दर्शाती है। इससे साफ है कि प्रदेश की जनता का भरोसा भाजपा के प्रति बढ़ रहा है। इस घटना से निश्चित रूप से प्रदेश मोदीमय हो रहा है।

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