भारत में घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। 2023 में रियल एस्टेट सेक्टर को खुशखबरी मिली थी और अब 2024 में भी समान रूप से हालात हैं। इस साल की पहली तिमाही में घरों की मांग बढ़ी है और इससे एक दशक में तिमाही बिक्री का रिकॉर्ड तोड़ा गया है। देश के सात शहरों में जनवरी से मार्च तक लगभग 1.30 लाख से अधिक घर बिके हैं। इस वर्ष की बिक्री में लगभग 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। 2023 की पहली तिमाही में 1.13 लाख से अधिक घर बिके थे।
एनरॉक की रिपोर्ट के अनुसार, इन बड़े शहरों में लगभग 1 लाख से अधिक नए मकानों का लॉन्च हुआ है। साथ ही पहली तिमाही में टॉप 7 शहरों में बिना बिके घरों की संख्या भी सालाना आधार पर लगभग 7 फीसदी कमकर, 5,80,890 यूनिट रह गई है। पिछले साल इसी तिमाही में इन्वेंट्री लगभग 6,26,750 यूनिट थी। एनसीआर में इन्वेंट्री की सबसे ज्यादा गिरावट हुई है, जहाँ बिना बिके घरों की संख्या 27 फीसदी कम हो गई है। इसके साथ ही एनसीआर का अनसोल्ड स्टॉक मुंबई, पुणे और हैदराबाद से कम हो गया है।
एनरॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने बताया कि टॉप 7 शहरों में मुंबई मेट्रोपॉलिटिन रीजन (MMR) और पुणे का हिस्सेदारी टूटकर 51 फीसदी से अधिक है। एमएमआर में 24 फीसदी की वार्षिक वृद्धि देखी गई है जबकि पुणे में 15 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है। टॉप 7 शहरों में न्यू लॉन्च के आंकड़े एक लाख यूनिट से अधिक हैं। साल 2023 की पहली तिमाही के मुकाबले साल 2024 में एक फीसदी की वृद्धि देखी गई है। जनवरी-मार्च 2023 में यह आंकड़ा 1,09,570 यूनिट था और साल 2024 की पहली तिमाही में 1,10,865 यूनिट का दर्जा हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, एमएमआर और हैदराबाद में सबसे अधिक नए घरों का आपूर्ति हुआ है। टॉप 7 शहरों में न्यू लॉन्च की 51 फीसदी आपूर्ति इन दोनों स्थानों पर ही देखी गई है। इसके अतिरिक्त, 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के घरों की मांग में भी वृद्धि देखी गई है। देश की आर्थिक उन्नति के साथ, महंगे घरों की मांग भी बढ़ी है। 2024 में लगभग 83 फीसदी नए लॉन्च एमएमआर, हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरु में हुए।
+ There are no comments
Add yours